भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते केंद्र सरकार ने Operation Sindoor के तहत पूरे देश को सतर्क किया है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार ने तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड में डाल दिया है।
Operation Sindoor एक गुप्त सुरक्षा अभियान माना जा रहा है, जिसके तहत देश की सीमाओं पर सेना को पूरी तरह तैयार रहने को कहा गया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश की आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना और आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है।
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हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की लंबी छुट्टियों पर रोक लगा दी है। इसका उद्देश्य यह है कि यदि कोई आपातकालीन स्थिति उत्पन्न होती है, तो स्वास्थ्य व्यवस्था पर उसका असर ना पड़े।
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने जानकारी दी कि सभी अस्पतालों को दवाइयों, ऑक्सीजन सिलेंडर और आवश्यक मेडिकल सप्लाई की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है। इसके साथ ही एयरपोर्ट कनेक्टिविटी को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
सुरक्षा की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश में एयरपोर्ट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं। इससे यातायात पर असर जरूर पड़ेगा, लेकिन सरकार का कहना है कि यह फैसला जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने अस्पताल कर्मचारियों को विशेष आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए ट्रेनिंग देने की योजना बनाई है। इस प्रशिक्षण में CPR, ट्रॉमा केयर और आपदा प्रबंधन जैसी ट्रेनिंग दी जाएगी।
हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति इसे सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाती है। भारत-चीन और भारत-पाक सीमा के निकटवर्ती इलाकों के कारण यहां सतर्कता बेहद आवश्यक हो जाती है। इसी को देखते हुए Operation Sindoor के तहत हिमाचल को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
सरकार ने आम जनता से भी सहयोग की अपील की है। किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और केवल सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर ही भरोसा करें। किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।
महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर
हेल्थ इमरजेंसी: 108
पुलिस कंट्रोल रूम: 100
आपदा प्रबंधन: 1077
कोविड हेल्पलाइन (यदि आवश्यक): 104